



– ऋषिकेश में अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव
ब्यूरो,ऋषिकेश:
गुरू का काम व्यक्ति को भगवान से जोड़ने का है ना कि खुद से, लेकिन आज गुरू स्वयं को भगवान से ज्यादा समझने लगे हैं यह स्थिति धर्म व आध्यात्म लिए खतरनाक है। गुरू कभी भी ईशवर से बड़ा नहीं हो सकता। यह बात अलग है कि ईश्वर से मिलने की राह वही दिखाता है। उक्त विचार गढ़वाल मण्डल विकास निगम व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अन्तराष्ट्रीय योग महोत्सव के चौथे दिन कथा वाचक जय किशोरी ने व्यक्त किये।

उन्होंने कहा कि दुनियां में कोई भी बात नई नहीं है। केवल उन बातों को बताने का तरीका अलग-अलग व नया हो सकता है। गुरू केवल उस ज्ञान पर धूल की परत हटाने का काम करता है। बात केवल इतनी सी है, जो जल्दी समझ गया वह दूसरों को समझ़ने में मदद करे। महिला व पुरूष की समानता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि दोनों की सोच में अन्तर उन की परवरिश के कारण होता है। यदि बचपन में ही लडके व लड़कियों को समान शिक्षा व संस्कार दिये जाये तो दोनों की सोच एक जैसी हो सकती है। जिस प्रकार लड़की को विन्रमता ओढ़नें की सलाह दी जाती है, उसी प्रकार लड़कों को भी बचपन से विन्रम व दूसरे के प्रति सहिष्णु होने के संस्कार दिये जायें तो समाज में महिलाओं के प्रति आये दिन हो रहे अपराधों में कमी आ सकती है।
दूसरी ओर सुबह के सत्र में उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ने योग प्रतिभागियों को योग चिकित्सा के बारे में बताया।
योगा हॉल में योगिनी उषा माता द्वारा योग साधकों को आयंगर रोग का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने योग प्रशिक्षर्थियों को स्वस्थ बने रहने के कठिन योगाभ्यास कराये।
आरोग्य धाम रिट्रीट वेलनेस ऋषिकेश के योगी डॉ अमृत राज ने कहा कि बीमारियों का मुख्य कारण गलत खान-पानव व्यवहार है। उन्होंने कहा किगलत खान-पान व व्यवहार के कारण कैन्सर जैसी घातक बीमारी लोगों के अमूल्य जीवन को नष्ट कर रही है।
दूसरी ओर गुरु राम राय विश्वविद्यालय की डॉ सरस्वती काला ने आयुर्वेदिक एक्वाप्रेसर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सुई की नोक के समान सूक्ष्म बिन्दु पर दबाव देकर उपचार करना ही एक्वाप्रेसर है।
योग महोत्सव के चौथे दिन कार्यक्रम में गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबंध निदेशक विशाल मिश्रा, महाप्रबंधक प्रशासन विप्रा त्रिवेदी, महाप्रबंधक पर्यटन दयानन्द सरस्वती, सहायक प्रधान प्रबंधक एसपीएस रावत, वरिष्ठ प्रबंधक कार्मिक विश्वनाथ बेंजवाल, वित्त एवं लेखाधिकारी चिंतामंणी भट्ट, रघुवीर सिंह राणा, दीपक रावत, गिरवीर सिंह रावत, विमला रावत, अनिता मेवाड़, भारत भूषण कुकरेती, कैलाश कोठारी, आरपी ढौडियाल, मुकेश उनियाल मौजूद रहे।


