



– सुरक्षित और सुगम यात्रा व्यवस्था धरातल पर लाने की कोशिश परवान चढ़ी
ब्यूरो,ऋषिकेश
चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को सुलभ और सुरक्षित यात्रा करने के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयास धरातल पर नजर आ रहे हैं। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ की ओर से समूचे यात्रा क्षेत्र में पुलिस, पीएससी और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करने की बात कही गई थी। जहां पर्याप्त संख्या में फोर्स की तनाती कर दी गई है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की आतंकी घटना को देखते हुए उत्तराखंड में पहले से ही पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस प्रशासन की ओर से की जा रही व्यवस्थाओं को इसी नजरिए से देखा जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड की चार धाम यात्रा की सुरक्षा को लेकर उत्तराखंड की धामी सरकार कोई कमी कसर छोड़ती हुई दिखाई नहीं दे रही है। श्रद्धालुओं को सरकार सुरक्षा का संदेश और व्यवस्था देने में लगी हुई है। यही वजह है कि ऋषिकेश के यात्रा पंजीकरण कार्यालय और ट्रांजिट कैंप परिसर में पुलिस के अलावा एटीएस की एक टीम को भी तैनात किया गया है। एटीएस यानी एंटी टेररिस्ट स्कॉट की टीम सुरक्षा को लेकर पूरे ट्रांजिट कैंप परिसर पर अपनी गिद्ध दृष्टि बनाए हुए हैं। जबकि इससे पहले बम डिस्पोजल दस्ता पहले से ही ट्रांसिट कैंप परिसर में अपना डेरा डाले हुए है।
पुलिस भी अपनी ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई कमी करती हुई नजर नहीं आ रही है। एसपी जया बलूनी, सीओ संदीप नेगी और अन्य अधिकारी ट्रांसिट कैंप परिसर में सुरक्षा के साथ अन्य व्यवस्थाओं पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं। सीसीटीवी के अलावा ड्रोन से शहर के चप्पे चप्पे पर सुरक्षा की तस्वीरे आला अधिकारियों के पास मोबाइल पर पहुंच रही हैं। एसपी देहात और चार धाम यात्रा की नोडल अधिकारी जया बलूनी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सुरक्षा की सारी व्यवस्थाएं चौक चौबंद है। धरती से लेकर आसमान तक से यात्रा की सुरक्षा को लेकर व्यवस्था बनाई गई है। फिलहाल सभी सुरक्षा टीम ट्रांजिट कैंप परिसर में गश्त करके संदिग्धों पर नजर रख रही हैं और लावारिस वस्तुओं पर भी अपनी नजर बनाए हुए हैं। श्रद्धालुओं से बातचीत कर उन्हें सुरक्षा का एहसास भी दिलाने में लगी हुई है। एंटी टेररिस्ट स्कॉट की टीम में आठ पुरुष और दो महिला शामिल है। जो किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के लिए सक्षम है।


