




ऋषिकेश: गंगा की सहायक नदी चंद्रभागा वर्तमान में ऊफान पर है। शुक्रवार की शाम पति-पत्नी इस नदी को पार कर रहे थे। इस दौरान वह तेज धारा की चपेट में आ गए। पुलिस जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटना के रोग से ही गंगा में उनकी तलाश में सर्चिंग कर रही है। महिला का शव हरिद्वार के श्यामपुर क्षेत्र में गंगा तट से बरामद किया गया है। महिला के शव की पहचान कर ली गई है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की शाम करीब 6:15 बजे गली नंबर 22 चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश निवासी पिंटू (26 वर्ष) और उसकी पत्नी लक्ष्मी (24 वर्ष) जो दिहाड़ी मजदूरी का काम करके चंद्रेश्वर नगर वापस लौट रहे थे। त्रिवेणी घाट से चंद्रेश्वर नगर जाते समय पिंटू और लक्ष्मी गंगा में मिल रही बरसाती नदी चंद्रभागा को टी पॉइंट पर पार करने लगे। इस दौरान लक्ष्मी गंगा की ओर चली गई। गंगा में बहाव अधिक होने की वजह से पैर फिसलते ही लक्ष्मी पिंटू की आंखों के सामने बहने लगी। यह दृश्य देखकर पिंटू ने अपनी जान की परवाह किए बगैर लक्ष्मी को बचाने का प्रयास किया। लेकिन पिंटू भी गंगा के बहाव की चपेट में आ गया। इस कारण पिंटू और लक्ष्मी दोनों गंगा में बह गए।
त्रिवेणी घाट चौकी के प्रभारी विनेश कुमार ने बताया कि पुलिस के साथ जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम गंगा के किनारे पति-पत्नी की तलाश में सर्चिंग अभियान जारी रखे हैं। हरिद्वार के श्यामपुर थाना क्षेत्र में गंगा के किनारे पुलिस ने एक महिला का शव बरामद किया। कोतवाली पुलिस को इस बात की सूचना दी गई। इसके बाद गंगा में लापता दंपति के मकान मालिक को साथ ले जाकर महिला की पहचान कराई गई। मकान मालिक ने शव की पहचान शुक्रवार को गंगा मेला पता हुई लक्ष्मी के रूप में की है।

